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6 Aug 2021 · 1 min read

मेरी जिंदगी मे तुझसे बढ़कर कोई नहीं

तेरे ख्वाबों को जीता हूं मैं,
तेरे आंसुओं को पीता हूं मैं,

जब तू रोती है ना पगली,
रातों को ना सोता हूं ना जागता हूं मैं,

तेरे लबों की हंसी के लिए बस चलता ही चला गया
जिंदगी के हर एक मोड़ पर एक रिश्ते को बनाता
दूसरे को दफनाता चला गया …

तू खुश रहे सदा इसलिए
अपने दर्द को छुपाता चला गया …

उमेंद्र कुमार

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