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31 Jul 2021 · 1 min read

श्रद्धा सुमन अर्पण

???श्रद्धा सुमन अर्पण????

वो साहित्य की शान थे,
हमारा अभिमान थे।
वो लेखनी के कलाकार थे,
उनकी समस्याओ की रचना बेशुमार थी
जिनकी कोई सुध न लेता,
लिखी उनकी सरल भाषा मे
व्यथा, करुणा, पुकार थी
धनिया, होरी, हामिद, को
दिया इन्होंने साहित्य में मान
प्रेम थे साहित्य सम्राट ,
मैं उनको देती ह्रदय से आज सम्मान
मंजु करती उनको आज बारबम्बर प्रणाम।

Language: Hindi
2 Comments · 238 Views
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