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30 Jul 2021 · 1 min read

रीत

खोकर पाना पाकर खोना ये दुनिया की रीत है
मैं तुझको चाहूं तू मुझको चाहे यही तो प्रीत है

हार कर जीतना जीत कर हारना सुंकु दोनों में
चेहरे पे किसी के मुस्कान लाना यही तो जीत है

नगमा कोई दिल से एक बार गुनगुनाओ तो सही
सुनकर जिसे कोई अपना बने यही तो गीत है

ये जिंदगी नियामत है जिंदादिली से जियो इसको
सुख दुख में जो सदा संग रहे वो रब सच्चा मीत है

रब अल्लाह ईश्वर गॉड या वाहे गुरु कहता है कोई
हम सबके रखवाले हैं पालनहार भी सबके हैं वोई

वीर कुमार जैन
30 जुलाई 2021

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