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28 Jul 2021 · 1 min read

हमारे तुम्हारे

देखे थे जो साथ साथ
जिन्दगी सफर मे हमने
वो कुछ ख्वाब तुम्हारे थे
कुछ ख्वाब हमारे थे ।

छुपा लिये थे जो हमने
जमाने की निगाहों से गुजरे
वो कुछ पल तुम्हारे थे
कुछ पल हमारे थे ।

वक्त की प्रचण्ड धारा मे
बह गये थे जो आंखों से
वो कुछ आंसू तुम्हारे थे
कुछ आंसू हमारे थे ।

सिला था दो दिलों को
प्यार की जिस बुनाई से
वो कुछ धागे तुम्हारे थे
कुछ धागे हमारे थे ।।

राज विग 28.07.2021

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