मेरे कबीर!
मुझमें तुम
रच-बस जाओ
मेरे कबीर!
मेरे फ़कीर!!
अंतर मन
में धंस जाओ
मेरे कबीर!
मेरे फ़कीर!!
जलते हुए
सवाल लेकर
वक़्त के
हुक्मरान पर!
मारक
ताने कस जाओ
मेरे कबीर!
मेरे फ़कीर!!
Shekhar Chandra Mitra
#KabeerReturns
#FreedomOfSpeech