Sahityapedia
Sign in
Home
Your Posts
QuoteWriter
Account
15 Jul 2021 · 1 min read

दिल से प्यार

जिन्दा भी नहीं
मुर्दा भी नहीं
इस संसार में
विचर रहे
आदमी को फिर
आखिरकार चाहिए क्या
जिन्दा का दिल
तोड़ते हैं
जब वह मर जाये तो
फिर दुनिया को दिखाने के लिए
रोते हैं
कोई महफिल जुड़े तो उसको फिर
एक दिखावे भर के लिए
याद कर लेते हैं
यह मानव जाति के सभ्य पुरुष
सहज भाव से
उम्र भर
क्या कभी किसी को
दिल से प्यार करते हैं।

मीनल
सुपुत्री श्री प्रमोद कुमार
इंडियन डाईकास्टिंग इंडस्ट्रीज
सासनी गेट, आगरा रोड
अलीगढ़ (उ.प्र.) – 202001

Loading...