Sahityapedia
Sign in
Home
Your Posts
QuoteWriter
Account
30 Jun 2021 · 1 min read

"हसरत क्युँ थी आने की"

एक सावन आया; बातें करता; मिल कर के वो जाने की
अब क्या मैं कहुँ उससे कि फिर क्युँ ; हसरत थी हाँ आने की,
आने की।।

©दामिनी कोट्स ✍?

Loading...