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23 Jun 2021 · 1 min read

अपने आप से दीदार हुआ

बड़े दिन बाद अपने आप से दीदार हुआ,

गुफ्तगू तो अपने साथ साथ किया,

अब भी , अपनी कहीं सुन नहीं पाया,

अपने ही होश हवाश सर सरहट

को तसव्वुर दो चार हो ना सका,

हसरत -ए – दीदार अपने आप

मिल कर भी हो ना पाया।

हमेशा की तरह तुम सही मैं गलत ।।

गुफ्तगू/बात – चित
हसरत/कामना
दीदार/ मिलना/दर्शन
तसव्वुर/कल्पना

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