Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
1 Jun 2021 · 1 min read

दिल का लेमिनेशन

ऐसे मित्र काफी आलोचना करते हैं, बावजूद स्नेह भी उड़ेलते हैं… अगर दिल का लेमिनेशन होता, तो सर्वप्रथम सानंद इसे कराते और रख लेते !

सानंद के ऐसे कई बातों पर उनके दोस्त यही कहते हैं, ‘ तभी तो भाई, तुमसे जो एक बार बात कर ले, वे तुम्हे अपने अच्छे दोस्तों के लिस्ट में शामिल कर लेते हैं !’

मैं उन दोस्तों का शुक्रिया अदा करना चाहूँगा, जो कि वे मुझे मुझसे ‘बेहतर’ समझते हैं।
यह कहकर सानंद चुप हो गए।

Language: Hindi
2 Likes · 1 Comment · 254 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

गौमाता की व्यथा
गौमाता की व्यथा
Shyam Sundar Subramanian
"यादों की कैद से आज़ाद"
Lohit Tamta
मोहब्बत और मयकशी में
मोहब्बत और मयकशी में
शेखर सिंह
शिकवे शिकायत की
शिकवे शिकायत की
Chitra Bisht
सात फेरे
सात फेरे
Dinesh Kumar Gangwar
हर एक अनुभव की तर्ज पर कोई उतरे तो....
हर एक अनुभव की तर्ज पर कोई उतरे तो....
दीपक बवेजा सरल
समंदर
समंदर
jyoti jwala
ये गड़ी रे
ये गड़ी रे
Dushyant Kumar Patel
विकट जंग के मुहाने पर आज बैठी है ये दुनिया
विकट जंग के मुहाने पर आज बैठी है ये दुनिया
इंजी. संजय श्रीवास्तव
तुमसे मिलने पर खुशियां मिलीं थीं,
तुमसे मिलने पर खुशियां मिलीं थीं,
अर्चना मुकेश मेहता
😢रील : ताबूत में कील😢
😢रील : ताबूत में कील😢
*प्रणय प्रभात*
संस्कारों को भूल रहे हैं
संस्कारों को भूल रहे हैं
VINOD CHAUHAN
दिव्यांग वीर सिपाही की व्यथा
दिव्यांग वीर सिपाही की व्यथा
लक्ष्मी सिंह
धैर्य बनाये रखे शुरुआत में हर कार्य कठिन होता हैं पीरी धीरे-
धैर्य बनाये रखे शुरुआत में हर कार्य कठिन होता हैं पीरी धीरे-
Raju Gajbhiye
शीर्षक -  आप और हम जीवन के सच
शीर्षक - आप और हम जीवन के सच
Neeraj Kumar Agarwal
फिर वही
फिर वही
हिमांशु Kulshrestha
कोई पैग़ाम आएगा (नई ग़ज़ल) Vinit Singh Shayar
कोई पैग़ाम आएगा (नई ग़ज़ल) Vinit Singh Shayar
Vinit kumar
बैठे थे किसी की याद में
बैठे थे किसी की याद में
Sonit Parjapati
राधा की भक्ति
राधा की भक्ति
Dr. Upasana Pandey
हो कहीं न कहीं ग़लत रहा है,
हो कहीं न कहीं ग़लत रहा है,
Ajit Kumar "Karn"
*सैनिक (सिंह विलोकित घनाक्षरी छंद)*
*सैनिक (सिंह विलोकित घनाक्षरी छंद)*
Ravi Prakash
...
...
Ravi Yadav
" रोटी "
Dr. Kishan tandon kranti
क्यों इन्द्रदेव?
क्यों इन्द्रदेव?
Shaily
दायरा इंसानियत का ..
दायरा इंसानियत का ..
ओनिका सेतिया 'अनु '
हर‌ शख्स उदास है
हर‌ शख्स उदास है
Surinder blackpen
4862.*पूर्णिका*
4862.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
हार नहीं होती
हार नहीं होती
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
छत्रपति शिवाजी महाराज
छत्रपति शिवाजी महाराज
Sachin patel
Use your money to:
Use your money to:
पूर्वार्थ
Loading...