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30 May 2021 · 1 min read

पत्रकारिता दिवस

शब्द बयां करते हैं बहुत कुछ, जब कलमकार बोलता है।
लोग उसे गलत भी कहते है क्योंकि वह हर बार
बोलता है।
कथन में वजन आता है और संजीदगी भी होती है,
जिस वक्त देश का सच्चा पत्रकार बोलता है।

पत्रकारिता दिवस की अनेकानेक बधाई!
– सिद्धार्थ पाण्डेय

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