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21 May 2021 · 1 min read

रहा हूँ

आज मैंने खुद को पढ़ा और लगा अच्छा लिख रहा हूँ।
कुछ तस्वीरें भी देखी मैने ,लगा अच्छा दिख रहा हूँ।
भावनाओं को व्यक्त करने का सिलसिला चलता रहेगा,
अक्सर सोचता बहुत हूँ और घबरा तनिक रहा हूँ।
-सिद्धार्थ गोरखपुरी

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