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20 May 2021 · 1 min read

दिल टूटा है

दिल टूटा है
क्यों टूटा है
उसे यह वजह बताना
मेरी आदत है
टूटे हुए दिल को
न जोड़ना
और तोड़ना
तब तक तोड़ना
जब तक वह चूरा चूरा होकर
चकनाचूर न हो जाये
उसकी फितरत है
वह घाव पर
मरहम पट्टी लगाकर
उसे ठीक करने की
कभी कोशिश नहीं करती
हमेशा उसे कुरेदती है
जिस्म के घाव के साथ
दिल के जख्म भी
देती है
उसी के समर्थन में
बोलती है
जिसने कुछ अनर्थ किया
होता है
जिसने मुझे घाव दिये
होते हैं
एक असहनीय दर्द दिया
होता है
घाव और जख्म भी
कहते हैं कि
यह दुख का समय है
व्यथा की घड़ी
कुछ देर के लिए तो
इंसान बन जाओ
न बन सको तो
इंसानियत से भरे हो
यह ड्रामा ही कर लो।

मीनल
सुपुत्री श्री प्रमोद कुमार
इंडियन डाईकास्टिंग इंडस्ट्रीज
सासनी गेट, आगरा रोड
अलीगढ़ (उ.प्र.) – 202001

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