Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
18 May 2021 · 1 min read

ढूंढता हूँ

क्या कशिश है न जाने उसको उसकी हर बात में ढूंढता हूँ।
मिले थे कभी हम उस याद वाली मुलाकात में ढूंढता हूँ।
गर्मी में तपन ,ठंड में गलन और बेतुके से दिन,
मैं मिलने का हर अवसर, हर एक बरसात में ढूंढता हूँ।
-सिद्धार्थ पाण्डेय

2 Likes · 3 Comments · 393 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

बरसो मेघ
बरसो मेघ
जगदीश शर्मा सहज
*देशभक्त श्री अश्विनी उपाध्याय एडवोकेट (कुंडलिया)*
*देशभक्त श्री अश्विनी उपाध्याय एडवोकेट (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
दीवारों में खो गए,
दीवारों में खो गए,
sushil sarna
बाजू ने किए अहाँ जे रूसल छि
बाजू ने किए अहाँ जे रूसल छि
Dr. Kishan Karigar
कुण्डलिया छंद
कुण्डलिया छंद
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
पराया
पराया
krupa Kadam
4308.💐 *पूर्णिका* 💐
4308.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
अपनी मिट्टी की खुशबू
अपनी मिट्टी की खुशबू
Namita Gupta
डिग्री ही संस्कार है उससे अनपढ़ रहोगे
डिग्री ही संस्कार है उससे अनपढ़ रहोगे
पूर्वार्थ देव
"अग्निपथ के राही"
Dr. Kishan tandon kranti
शिखर के शीर्ष पर
शिखर के शीर्ष पर
प्रकाश जुयाल 'मुकेश'
किसान
किसान
आकाश महेशपुरी
माँ का संघर्ष
माँ का संघर्ष
रुपेश कुमार
ਸੰਵਿਧਾਨ ਦੀ ਆਤਮਾ
ਸੰਵਿਧਾਨ ਦੀ ਆਤਮਾ
विनोद सिल्ला
यादें
यादें
Raj kumar
कुछ दूर और चली होती मेरे साथ
कुछ दूर और चली होती मेरे साथ
Harinarayan Tanha
5 कीमती हो जाते हैं
5 कीमती हो जाते हैं
Kshma Urmila
जल्दी आओ राम सिया रो रही
जल्दी आओ राम सिया रो रही
Baldev Chauhan
उसने कहा तुम मतलबी बहुत हो,
उसने कहा तुम मतलबी बहुत हो,
Ishwar
लोग अब हमसे ख़फा रहते हैं
लोग अब हमसे ख़फा रहते हैं
Shweta Soni
कैसा हूं मैं
कैसा हूं मैं
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
आँखों में नींदें थी, ज़हन में ख़्वाब था,
आँखों में नींदें थी, ज़हन में ख़्वाब था,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
ये गड़ी रे
ये गड़ी रे
Dushyant Kumar Patel
स्वच्छता गीत
स्वच्छता गीत
Anil Kumar Mishra
शारदे देना मुझको ज्ञान
शारदे देना मुझको ज्ञान
Shriyansh Gupta
'कोंच नगर' जिला-जालौन,उ प्र, भारतवर्ष की नामोत्पत्ति और प्रसिद्ध घटनाएं।
'कोंच नगर' जिला-जालौन,उ प्र, भारतवर्ष की नामोत्पत्ति और प्रसिद्ध घटनाएं।
Pt. Brajesh Kumar Nayak / पं बृजेश कुमार नायक
एक महिला जिससे अपनी सारी गुप्त बाते कह देती है वह उसे बेहद प
एक महिला जिससे अपनी सारी गुप्त बाते कह देती है वह उसे बेहद प
Rj Anand Prajapati
लहूलुहान धरती
लहूलुहान धरती
Mukund Patil
राष्ट्रीय भाषा हिंदी
राष्ट्रीय भाषा हिंदी
Santosh kumar Miri
"सब कुछ तो भाग्य विधाता है"
Ajit Kumar "Karn"
Loading...