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17 May 2021 · 1 min read

एक चेहरे से कई चेहरे बनाने का हुनर।

एक चेहरे से कई चेहरे बनाने का हुनर।
जिंदगी है झूठे रिश्तों को निभाने का हुनर।
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जिंदगी सिखला ही देती है यहां हर एक को।
आसुओं से जलते ख्वाबों को बुझाने का हुनर।
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काम आती हैं बहुत दुनियाँ में दोनों नेमतें।
कुछ छुपाने का सलीका कुछ दिखाने का हुनर।
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मशहूर होंगे आपके सारे फ़साने जान लो।
आपको आ जाये ग़र उनको सुनाने का हुनर।
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और बातों में कसर रह जाये तो परवाह नहीं।
सीखते हैं लोग दिल से दिल दुखाने का हुनर।
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याद रखने की विरासत में मिली सौगात है।
काश कोई आये सिखलाये भुलाने का हुनर।
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और कुछ आये न आये ” नज़र” ख़्वाहिश है यही।
सीख लूँ खुद को मुहब्बत में मिटाने का हुनर।

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