Sahityapedia
Sign in
Home
Your Posts
QuoteWriter
Account
14 Apr 2021 · 1 min read

-विनती

हे मां अम्बे!
मां जगदम्बे ?
हाथ जोड़कर करते विनती बारंबार,
कलयुग दानव और शैतान वायरस
आतंक मचा रहे बेशुमार,
कोरोनावायरस ने मचाया सारे जग में हाहाकार,
दुराचार व्याधि चार का बढ़ रहा बाज़ार,
इंसानियत दया धर्म नीति हो रही लाचार,
कर लो मां अंबे अपनी शक्तियों का फिर से विस्तार,,,,
कोरोना से बचा लो मां सारा संसार,
करो मां! दुष्ट योगिनियों से सबका निस्तार,
कोरोना से बचा लो मां सारा संसार,
खुशियों के रंग फैला दो मां अब द्वार -द्वार,
दुखों का अंत करो मां सबका कर दो बेड़ा पार,
हे मां अंबे!! हाथ जोड़कर करते विनती बारंबार???
– सीमा गुप्ता, अलवर राजस्थान

Loading...