चिरंजीलाल की बातें
याद आयेंगीं हमें हर पल चिरंजीलाल की बातें।
वो तल्खियाँ ,वो तल्ख़ बातें ,
तल्खियों में भी घुली, गुदगुदाती तल्ख़ बातें।
याद आयेंगीं हमें हर पल चिरंजीलाल की बातें।
वक्त को देना हो धक्का जब कभी ,
याद करना तुम चिरंजीलाल की बातें।
छोटे पड़ेंगे गर्मियों के दिन –
कटेंगी बस पलों में सर्दियों की सर्द रातें।
याद आयेंगीं हमें हर पल चिरंजीलाल की बातें।
भावनाओं में न बहकर सोचना ,
याद करना बस चिरंजीलाल की बातें।
भूल जाओगे कहानी और किस्से ,
याद आयेंगीं चिरंजीलाल की बातें।
मैं नहीं कहता किताबों में लिखा है ,
चिरंजी -लाल का दस्तख़त।
दिलों में राज करता है अंदाज -ऐ बयां उनका ;