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27 Mar 2021 · 1 min read

खेलते होली

हायकु मुक्तक

खेलते होली ,नाचते हम सब, झूमझूम के

खुशी मनायें, सब गुझिया खायें , चूमचूम के।

मलें गुलाल,अबीर संग रंग,रुप निखारो।

साथ भिगायें , संग में सब भीगें,घूम घूम के।

डा.प्रवीण कुमार श्रीवास्तव प्रेम
वरिष्ठ परामर्श दाता, प्रभारी रक्त कोष
जिला चिकित्सालय, सीतापुर
9450022526

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