Sahityapedia
Sign in
Home
Your Posts
QuoteWriter
Account
5 Mar 2021 · 1 min read

गीता छन्द

गीता छन्द
2212 2212 2212 221
हे श्याम मुझको दो सुना, उस बाँसुरी की तान।
सुनके जिसे वो राधिका, करती रही गुणगान।।
जिस तान को सुनकर चली, सखियाँ तुम्हारे पास।
था गोपियों के साथ में, मधुवन रचाया रास।।

अदम्य

Loading...