Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
3 Feb 2021 · 1 min read

कोरोना के काल में

कठिन है,,
कोई कथन कहना,,
इस कोरोना के काल में।
जो जीत लेते थे,,
प्रत्येक जंग,,
आज फँस गए इस जाल में।।
————–भविष्य त्रिपाठी

Language: Hindi
1 Like · 367 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

उसकी बोली कभी नहीं लगती
उसकी बोली कभी नहीं लगती
Dr fauzia Naseem shad
राजनीति के खेल निराले
राजनीति के खेल निराले
Mukesh Kumar Rishi Verma
काल बली है
काल बली है
Shekhar Chandra Mitra
"द्रोणाचार्य "
Dr. Kishan tandon kranti
दुमदार दोहे
दुमदार दोहे
seema sharma
जीवन में प्राकृतिक ही  जिंदगी हैं।
जीवन में प्राकृतिक ही जिंदगी हैं।
Neeraj Kumar Agarwal
तुमसे इश्क करके हमने
तुमसे इश्क करके हमने
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
रिश्ते को इस तरह
रिश्ते को इस तरह
Chitra Bisht
अक्षर-अक्षर हमें सिखाते
अक्षर-अक्षर हमें सिखाते
Ranjeet kumar patre
प्यार कर हर इन्सां से
प्यार कर हर इन्सां से
Pushpa Tiwari
जीवन के सफ़र में
जीवन के सफ़र में
Surinder blackpen
बीमार घर/ (नवगीत)
बीमार घर/ (नवगीत)
ईश्वर दयाल गोस्वामी
वचन बड़े अनमोल हैं ( उल्लाला छंद )
वचन बड़े अनमोल हैं ( उल्लाला छंद )
n singh
****शिव शंकर****
****शिव शंकर****
Kavita Chouhan
गीत
गीत
भगवती प्रसाद व्यास " नीरद "
या तो स्वयं के हाथ से श्मशान कर दो।
या तो स्वयं के हाथ से श्मशान कर दो।
दीपक झा रुद्रा
स्पर्श
स्पर्श
Kanchan Advaita
मेले की धूम
मेले की धूम
Shutisha Rajput
अंदाज़े बयां
अंदाज़े बयां
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
सांस उधारी का लिये, क्यों करते संकल्प।
सांस उधारी का लिये, क्यों करते संकल्प।
संजय निराला
धरा से ही सबसे बड़ी धरोहर है।
धरा से ही सबसे बड़ी धरोहर है।
Rj Anand Prajapati
याद करत तुम्हे दोइ बिरियां,
याद करत तुम्हे दोइ बिरियां,
कृष्णकांत गुर्जर
“The syllabus may be vast, the competition may be tough, but
“The syllabus may be vast, the competition may be tough, but
पूर्वार्थ देव
*मनः संवाद----*
*मनः संवाद----*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
बड़े एहसानफ़रामोश - बेगैरत हैं वो
बड़े एहसानफ़रामोश - बेगैरत हैं वो
Atul "Krishn"
विश्व के हर मनुष्य के लिए करुणा होनी चाहिए
विश्व के हर मनुष्य के लिए करुणा होनी चाहिए
सोनम पुनीत दुबे "सौम्या"
🙅#पता_तो_चले-
🙅#पता_तो_चले-
*प्रणय प्रभात*
10. Fatherly Throes
10. Fatherly Throes
Ahtesham Ahmad
नारी बिन नर अधूरा🙏
नारी बिन नर अधूरा🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
रोग हानिकारक होत है !
रोग हानिकारक होत है !
Buddha Prakash
Loading...