Sahityapedia
Sign in
Home
Your Posts
QuoteWriter
Account
25 Nov 2020 · 1 min read

देव प्रबोधिनी एकादशी

देव प्रबोधिनी एकादशी
पर्व है जगने और जगाने का
धर्म आध्यात्म दायित्व सजाने का
कर्त्तव्य वोध जगाने का
परिवार देश समाज के
प्रति जागरूक रहने का
अंतस आनंद बढ़ाने का
अंतर्मन की सुप्त शक्तियां
और विश्वास जगाने का
नकारात्मकता मिटा कर मन की
सकारात्मकता लाने का
कर्म योग में लगाने का
ब्रह्म विचार जगाने का
विषय विकार मिटाने का
परम प्रकाश पा जाने का
अंधकार हटाने का
ज्ञान भक्ति और कर्म को अपने
उच्च शिखर पर लाने का
दसों इंद्रियों व्यवस्थित कर
श्री हरि चरणों में लगाने का
सारे जग का मंगल हो
ऐसे शुभ भाव जगाने का
प्रकाशित हो पथ जन-जन का
शुभ मंगल दीप सजाने का
चतुर्मास के जप तप का
पुण्य प्रसाद पा जाने का

सुरेश कुमार चतुर्वेदी

Loading...