Sahityapedia
Sign in
Home
Your Posts
QuoteWriter
Account
3 Nov 2020 · 1 min read

करवाचौथ

******* करवाचौथ ********
************************

कार्तिक मास कृष्ण चतुर्थी आए
करवाचौथ व्रत रखती है नारी

भूखी प्यासी रह कर मन्नतें मांगे
पतिदेव पर दुख आए नहीं भारी

सुख, समृद्धि घर खुशियाँ आएँ
करबद्ध याचना करती व्रतधारी

हिन्दू नारी का पावन त्योहार है
भर्या की उम्र बढाएं भार्या सारी

तनिक भर कभी आँच न आए
सदा सुहागिन रहे ब्याहता नारी

सूर्योदय पूर्व शुरू व्रत यह होता
चाँद दर्शन कर संपूर्ण करे नारी

नई नवेली दुल्हन सी हैं सजती
श्रद्धा,उत्साह दिखता अतिभारी

सुहाग रक्षार्थ विधिवत हैं करती
दीर्घायु हो पति,न बने व्यभिचारी

काली मिट्टी में शक्कर घोल कर
मिट्टी के करवे भरती है व्रतधारी

लौटा,वस्त्र,करवा भेंट हैं करती
सासू का आशीर्वाद ले बहुरानी

मनसीरत कथा सुन जल ग्रहण
छलनी में पति मुख देखती नारी
************************
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
खेड़ी राओ वाली (कैथल)

Loading...