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23 Oct 2020 · 1 min read

लब ए बाम

लब ए बाम पे आज फिर माहताब न आया
सितारों से सजा फलक आज मुझे फिर न भाया

बैठी रही में दरिया किनारे खुद को भींच
हाय मलाह ने फिर कोई बीरह का गीत न गाया
~ सिद्धार्थ

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