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6 Oct 2020 · 1 min read

**** स्नेह हमारा ,सुने जग सारा***

*** स्नेह आमंत्रण***
चाहा तुझको जान से ज्यादा, बता बता तेरा क्या है इरादा।
नजरें जबसे चार हुई, दिल धड़का कुछ हद से ज्यादा।।
बिन देखे तुझे चैन कहां, प्यार मेरा है सीधा साधा।।
सपना मेरा साकार कर दे, चाहत का इकरार कर दे,
आने ना दूंगा जीवन में तेरे, मैं कभी कोई भी बाधा।।
प्रीत के गीत सुनाऊंगा, रीत मै सारी निभाऊंगा।
झूठा नहीं है सुन ले सुन ले, करता मै तुझसे सच्चा वादा।।
तू ही धड़कन, जान भी तू, सब तुझ पर कुर्बान है।
भरोसा तुझपे है मुझको, और न कहूंगा इससे ज्यादा।।
*** प्रतिउत्तर***
तूने मुझको जान कहां है, मैं कैसे इंकार करूं।
तुझ में ही मैं बस के रहूंगी, वादा मैं भी यही करूं।
तू मेरा मैं तेरी ही हूं , तुझ में मिलकर नेह भरूं
साथ में जीना साथ में मरना, नहीं हमें अब किसी से डरना।
जिस पथ ले चले तू मुझको, कदम मैं उसी और धरूं।।
अनुनय यही प्यार है, हम दोनों ही तैयार है।
सुने जमाना ,संदेश हमारा,प्रीत हम सी ही करें।।
राजेश व्यास अनुनय

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