Sahityapedia
Sign in
Home
Your Posts
QuoteWriter
Account
21 Sep 2020 · 1 min read

गुब्बारा फूला, नर्म पड़ा व फटा l

गुब्बारा फूला, नर्म पड़ा व फटा l
यह सत्य ना टूटा, ना है अटपटा ll

प्यास, जिंदगी में जो लगा अटपटा l
धीरे धीरे, अटपटापन है घटा ll

अरविन्द व्यास “प्यास”

Loading...