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20 Sep 2020 · 1 min read

प्यार के फूल खिला कर देखो

प्यार के फूल खिला कर देखो
गीत वफ़ा के गा कर देखो

पासे नये बिछा कर देखो
दांव भी एक लगा कर देखो

कितना मुश्किल पैसा पाना
दो पैसे तो कमा कर देखो

दिल को कुछ तस्कीन मिलेगी
गिरतों को भी उठा कर देखो

पल में दिन हो जायेगा फिर
दीया एक जला कर देखो

आ जायेगी पास में मंज़िल
अपने क़दम बढ़ा कर देखो

सारी दुनिया अपनी होगी
प्यार ज़रा लुटा कर देखो

‘आनन्द’ नहीं है बेगाना
राज़ उसे बतला कर देखो

डॉ आनन्द किशोर

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