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16 Jul 2020 · 1 min read

कवि कुमार विश्वास

**** प्रसिद्ध कवि कुमार विश्वास ******
*******************************

हिन्दी साहित्य का एक चमकता ध्रुव तारा
नवरस का श्रृंगारिक कवि है सबसे न्यारा

प्रवक्ता का बेटा प्राध्यापक पेशा अपनाया
पिता के पदचिन्हों पे चल इतिहास दोहराया

यू.पी.के जिले के मेरठ का पिलखुआ गांव
माता पिता ने जन्मा है जहाँ कुमार विश्वास

पाँचों भाई बहनों मे बेशक है सबसे छोटा
ऊँचाइयों को छू रहा है, नहीं सिक्का खोटा

जवान दिलों की धड़कनों का है सितारा
युवाओं के मन भावों को है सजाया संवारा

कभी बन गया दीवाना,पागल और आवारा
इक पगली लड़की बिन भी किया है गुजारा

सृजन का बीज जगत में फल फूल रहा है
कविताई से साहित्यिक पिटारा भर रहा है

दिन में सूरज तो रात को चाँद है बन जाए
मंद मंद मद्धिम सा मन मन में है मुस्कराए

कवि सम्मेलनों को कला से जीवंत बनाया
रसभरी रचनाओं से खूब रसपान करवाया

मंचन,काव्य वाचन, गायन प्रतिभा धनी है
हरफनमौला व्यक्तित्व कोई कमी नही है

जब बोलते हैं तो ध्यानाकर्षण में बाँधे रहें
युवा और प्रौढ़ मंत्रमुग्ध हो कायल होते रहे

नीरज कवि ने निशा नियामक से नवाजा
धर्मबीर ने कहा संभावनाओं का खजाना

फिल्मी गीतकारी में भी भाग्य है अजमाया
लेखन कौशल से हर क्षेत्र में लोहा मनवाया

हिन्दी साहित्य में भानु से खूब दमक रहे हैं
नभ में तारों के मध्य अकेले में चमक रहे हैं

सुखविंद्र मनसीरत सदा ही बलिहारी जाये
शुभकामनाओं,दुआओं से है हौसला बढाए
**********************************
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
खेड़ी राओ वाली (कैथल)
9896872258

Language: Hindi
2 Likes · 2 Comments · 298 Views
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