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4 Jul 2020 · 1 min read

भूखे हैं घर उसके सारे

अपने से कमज़ोर की मदद को आगे रहिए? बेशक “अल्लाह” ही सबका मदद-गार है..?

?आज फिर भूखे हैं घर उसके सारे?

वो तन्हाई का सफ़र
वो रुस्वाई का सफ़र
ज़िंदगी एक है
दर्द अनेक हैं
तय करता हुआ
मुसाफ़िर मौत का सफ़र
हर दर्द से वाक़िफ़ हो रहा है
हर पल अपना जीवन खो रहा है
उसको तो मुसीबतों ने पाल रक्खा है
दर्द उसने किस तरह संभाल रक्खा है
मुफ़्लिसी उसको जीने नहीं देती
ज़ख़्म उसके कभी सीने नहीं देती
एक दर्द उसके दिल में बैठा है,
वो ज़िंदा है पर खटिया पे लेटा है
कैसे जीवन वो अपना गुज़ारे
आज फिर भूखे हैं घर उसके सारे

आज फिर भूखे हैं घर उसके सारे

#हनीफ़_शिकोहाबादी ✍️

#help #poor

Language: Hindi
3 Likes · 593 Views
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