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17 Jun 2020 · 1 min read

जीवन संघर्ष

जीवन है सघंर्ष जो अविराम चलता रहेगा
आना और जाना होगा तय धुरी करता रहेगा
कितने ही बाँध बाँधे कितने प्रवाह रोके हमने
पर सृष्टि सृजन नित नये रूप गढता रहेगा
जीवन —–

कोविड 19 सोचा नहीं पर सपना वो देखा है
उससे हम जीते पर अम्फान निसर्ग झेला है
चाँदनी पांव पसारे जिस मखमली आंगन में
उस आंगन शूलों पर पांव रखना सीखा है
जीवन —–

संघर्ष सफलता का नाम ज्ञात हो इन्सान को
एक रोज जग को छोड़ जाएगा शमसान को
याद तुझे न कर याद करे तेरे सत कर्म को
अब तलक सारे बसन्त देखे फिर भी रहे अधूरे अरमां
जीवन ——–

Language: Hindi
75 Likes · 1 Comment · 417 Views
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