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12 Jun 2020 · 1 min read

कोई हैं जो सपनो मैं मेरे आने लगा है

मेरी नींदों से ख्वाबों को मिटाने लगा है,
कोई है जो सपनों में मेरे आने लगा है।

लिख दिए हैं मैंने कागज पे कुछ लम्हे,
कोई है जो उन नगमो को गुनगुनाने लगा है।

निभा कर साथ रात भर वो अब जाने लगा है,
कोई है जो मुझ से नजरें चुराने लगा है।

मैं सुनाता था क़िस्से जमाने भर को,
कोई है जो मुझे दास्तान अपनी सुनाने लगा है।

अपनी बातों से मेरे दिल को बहलाने लगा है,
कोई है जो मुझ को अपना बनाने लगा है।

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