Sahityapedia
Sign in
Home
Your Posts
QuoteWriter
Account
7 Apr 2020 · 1 min read

धैर्य

लघु कथा
धैर्य
एक मित्र ने दूसरे से कहा कि अमुक व्यक्ति बहुत ग़ज़ब है। उसके पास बैठने से बहुत शांति मिलती है, यदि आप अपने जीवन में धैर्य चाहते हो तो उससे ज़रूर मिलना चाहिए
दूसरा मित्र बोला कि अमुक पुस्तक पढ़ने से जो धैर्य मिलता है ना उतना किसी व्यक्ति को मिलने से नहीं मिल सकता।
पहला मित्र बोला, पुस्तक क्या मुकाबला कर सकती है जब साक्षात प्रेरणा दायक व्यक्तित्व सामने हो।
दूसरा मित्र बोला , किसी इंसान के पास कोई कितनी देर बैठ सकता है? पुस्तक हर समय प्रेरणा देती है।
अपनी अपनी बात पर दोनों अड़ गये और झगड़ते हुए अपने – अपने घर चले गए।

Loading...