Sahityapedia
Sign in
Home
Your Posts
QuoteWriter
Account
31 Mar 2020 · 1 min read

हलवाई सा हो गया,मेरा भी किरदार

रखा नहीं कुछ पास में, जाऊं जो मैं हार !
पड़ा जीतने के लिए,किन्तु सकल संसार !!

बना रहा हूँ आजकल,भिन्न-भिन्न आहार ।
हलवाई सा हो गया,… मेरा भी किरदार ।।
रमेश शर्मा.

Loading...