Sahityapedia
Sign in
Home
Your Posts
QuoteWriter
Account
2 Mar 2020 · 1 min read

सच्चाई की मूठ

जबसे सबने छोड़ दी,.सच्चाई की मूठ ।
बाजारों में बिक गया,झटपट सारा झूठ ।।

जल्दी से भरते नही,…वहाँ दिलों के घाव ।
धू धू कर के जल गया ,जहाँ प्रेम सद्भाव ।।
रमेश शर्मा

Loading...