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26 Feb 2020 · 1 min read

हम तो, भ्रष्ट हुए जी l १/१०

हम तो, भ्रष्ट हुए जी l १ /१०

हम तो, भ्रष्ट हुए जी l
माया में, मदमस्त हुए जी ll

तनखा करू हूँ, सो गुना l
शर्म को लागाऊं, चूना ll

नीचता का, नचैया हूँ ना l
पायल पहना, पागल हूँ ना l

नीच हम, झटपट हुए जी l
आतंकी बन, प्रकट हुए जी l

हम तो, भ्रष्ट हुए जी l
माया में, मदमस्त हुए जी ll

अरविन्द व्यास “प्यास”

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