Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
14 Jan 2020 · 1 min read

छद्म राष्ट्रवाद

देखकर तुम्ही से सिखा,
सवाल पूछना गुनाह है !

पूछने जो चाहे पूछ लो,
देशद्रोही से *दाग होंगे,
राष्ट्रवाद में *फरमान है.

अभिव्यक्ति पर लगाम है
आजादी शब्द से परहेज़.
अर्थव्यवस्था बदहाल है.
पूँजीवाद के हाथ नकेल.
*स्केल सरकारी अपने है.
जो चाहे **अखबार पढ़.

©जीवन_एक_अभिव्यक्ति
~डॉ.महेन्द्र सिंह हंस

Language: Hindi
3 Likes · 1 Comment · 710 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Mahender Singh
View all

You may also like these posts

ग़म मौत के ......(.एक रचना )
ग़म मौत के ......(.एक रचना )
sushil sarna
मेरी नज़र
मेरी नज़र
कुमार अविनाश 'केसर'
सहारा...
सहारा...
Naushaba Suriya
ज़िंदगानी
ज़िंदगानी
Shyam Sundar Subramanian
मकर संक्रांति
मकर संक्रांति
Savitri Dhayal
रिश्ते को इस तरह
रिश्ते को इस तरह
Chitra Bisht
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
हद
हद
अश्विनी (विप्र)
Interest vs interrupt
Interest vs interrupt
Rj Anand Prajapati
ना जाने यूं इश्क़ में एक ही शौक़ पलता है,
ना जाने यूं इश्क़ में एक ही शौक़ पलता है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
आप चाहे किसी भी धर्म को मानते हों, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता
आप चाहे किसी भी धर्म को मानते हों, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता
Jogendar singh
** मुक्तक **
** मुक्तक **
surenderpal vaidya
😊भायला-भायलियों!
😊भायला-भायलियों!
*प्रणय प्रभात*
क्षमा करें तुफैलजी! + रमेशराज
क्षमा करें तुफैलजी! + रमेशराज
कवि रमेशराज
बहुत दाम हो गए
बहुत दाम हो गए
ऐ./सी.राकेश देवडे़ बिरसावादी
लड़की की जिंदगी/ कन्या भूर्ण हत्या
लड़की की जिंदगी/ कन्या भूर्ण हत्या
Raazzz Kumar (Reyansh)
4251.💐 *पूर्णिका* 💐
4251.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
राधा रानी
राधा रानी
Mamta Rani
ज़िन्दगी अब तो कुछ करम कर दे,
ज़िन्दगी अब तो कुछ करम कर दे,
Dr fauzia Naseem shad
लोग भय से मुक्त हों  ज्ञान गंगा युक्त हों अग्रसर होतें रहें
लोग भय से मुक्त हों ज्ञान गंगा युक्त हों अग्रसर होतें रहें
DrLakshman Jha Parimal
** लोभी क्रोधी ढोंगी मानव खोखा है**
** लोभी क्रोधी ढोंगी मानव खोखा है**
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
- सफलता -
- सफलता -
bharat gehlot
*मिलता है परमात्म जब, छाता अति आह्लाद (कुंडलिया)*
*मिलता है परमात्म जब, छाता अति आह्लाद (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
ढूँढ़   रहे   शमशान  यहाँ,   मृतदेह    पड़ा    भरपूर  मुरारी
ढूँढ़ रहे शमशान यहाँ, मृतदेह पड़ा भरपूर मुरारी
संजीव शुक्ल 'सचिन'
आए हैं रामजी
आए हैं रामजी
SURYA PRAKASH SHARMA
68 Game Bài hay 68GB là cổng game bài uy tín số 1 tại Việt N
68 Game Bài hay 68GB là cổng game bài uy tín số 1 tại Việt N
68 Game Bài
भविष्य की पुकार
भविष्य की पुकार
Nitin Kulkarni
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
क्यों बनना गांधारी?
क्यों बनना गांधारी?
Dr. Kishan tandon kranti
हमें सकारात्मक और नकारात्मक के बीच संबंध मजबूत करना होगा, तभ
हमें सकारात्मक और नकारात्मक के बीच संबंध मजबूत करना होगा, तभ
Ravikesh Jha
Loading...