Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
1 Jan 2020 · 1 min read

— कभी न कहना मैं हारा —

चल रे बन्दे
अपने पथ पर
रख के हौंसला
न डर , न खौफ्फ़ रख
चलते रहना अपनी डगर पर
ऊँचा नीचा बेशक मिले रास्ता
कभी न कहना मैं हारा
जब चलने का नाम है जिंदगी
फिर चलते रहना
न कहना की मैं हूँ हारा
मिलेंगे बहुत तुझे
जो गिरा सकते हैं हौंसला
पथ को तेरे कर सकते हैं
भ्रष्ट और कलकित
समझ दारी से चलना तू
रखना संभल के अपनी डगर
आंधी आये या आने लगे तूफ़ान
कोई न कुछ कर पायेगा
अगर होगी तुझ में हिम्मत
तो मंजिल जरूर अपनी पायेगा
आहिस्ता आहिस्ता चलना बेरुके
न करना कभी भी जल्दबाजी
तेरी इक छोटी सी नादानी
कभी भी पड़ सकती है भारी
इसलिए रखना धैर्य और ताकत
कभी न कहना मैं हूँ बेचारा
कभी न कहना कि मैं हारा !!

अजीत कुमार तलवार
मेरठ

1 Like · 1 Comment · 248 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
View all

You may also like these posts

माँ की ममता मौन रह,करती है संवाद
माँ की ममता मौन रह,करती है संवाद
RAMESH SHARMA
वतन
वतन
अश्विनी (विप्र)
मौन
मौन
DR ARUN KUMAR SHASTRI
मिलन
मिलन
Rambali Mishra
Is This Life ?
Is This Life ?
Chitra Bisht
वो आपको हमेशा अंधेरे में रखता है।
वो आपको हमेशा अंधेरे में रखता है।
Rj Anand Prajapati
लो फिर गर्मी लौट आई है
लो फिर गर्मी लौट आई है
VINOD CHAUHAN
समन्दर से भी गहरी
समन्दर से भी गहरी
हिमांशु Kulshrestha
सूर्य की उपासना
सूर्य की उपासना
रुपेश कुमार
जीवन के पल दो चार
जीवन के पल दो चार
Bodhisatva kastooriya
🙅राहत की बात🙅
🙅राहत की बात🙅
*प्रणय प्रभात*
शून्य है यदि पुरूषार्थ का फल।
शून्य है यदि पुरूषार्थ का फल।
Acharya Shilak Ram
गले लगाना है तो उस गरीब को गले लगाओ साहिब
गले लगाना है तो उस गरीब को गले लगाओ साहिब
कृष्णकांत गुर्जर
যুঁজ দিওঁ আহক
যুঁজ দিওঁ আহক
Otteri Selvakumar
शब्दों का झंझावत🙏
शब्दों का झंझावत🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
हर किसी में निकाल दें खामी
हर किसी में निकाल दें खामी
Dr fauzia Naseem shad
एक ठंडी हवा का झोंका है बेटी: राकेश देवडे़ बिरसावादी
एक ठंडी हवा का झोंका है बेटी: राकेश देवडे़ बिरसावादी
ऐ./सी.राकेश देवडे़ बिरसावादी
जीवन उत्साह
जीवन उत्साह
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
"तीर और पीर"
Dr. Kishan tandon kranti
ज़िंदगी कभी बहार तो कभी ख़ार लगती है……परवेज़
ज़िंदगी कभी बहार तो कभी ख़ार लगती है……परवेज़
parvez khan
कछु मतिहीन भए करतारी,
कछु मतिहीन भए करतारी,
Arvind trivedi
अन्याय करने से ज्यादा अन्याय सहना बुरा है
अन्याय करने से ज्यादा अन्याय सहना बुरा है
सोनम पुनीत दुबे "सौम्या"
“छोटा उस्ताद ” ( सैनिक संस्मरण )
“छोटा उस्ताद ” ( सैनिक संस्मरण )
DrLakshman Jha Parimal
4677.*पूर्णिका*
4677.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
हो जाए
हो जाए
सिद्धार्थ गोरखपुरी
शिव सुखकर शिव शोकहर, शिव सुंदर शिव सत्य।
शिव सुखकर शिव शोकहर, शिव सुंदर शिव सत्य।
डॉ.सीमा अग्रवाल
*यह तो बात सही है सबको, जग से जाना होता है (हिंदी गजल)*
*यह तो बात सही है सबको, जग से जाना होता है (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
"Jun88 là một trong những nhà cái có kho game trả thưởng đa
jun88net
आस बची है थोड़ी, पूरा निराश नही हुँ ,
आस बची है थोड़ी, पूरा निराश नही हुँ ,
पूर्वार्थ
है परीक्षा की घड़ी
है परीक्षा की घड़ी
Sanjay Narayan
Loading...