Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
25 Dec 2019 · 1 min read

हे मेरे राम !

हे मेरे राम !
जन जन के प्रिय नयनाभिराम !
तुम हृदयों में आ जा राम !
तुम आदर्श दिव्य स्वरुप हो
भारत के गौरव विश्वरूप हो,
तुम हो सजल अश्रु धार
तुम ही नौका-पतवार तुम ही विहार ,
तुम ही नदियों के किनार हो ,
तुम ही सागर बीच मंझधार हो !
तुम भारत के शौर्य भाल हो,
हृदयों में शांति लिए विशाल हो !
तू ही दर्शन तू ही व्यवहार ,
तुझमें शांति तुझसे शत्रु संहार !
धर्म-अर्थ-काम-मोक्ष चतुर्दिक प्रसार !
सुन्दर सुसंस्कृत ज्ञान-विज्ञान-संधान ,
सुखद् संसार कहां व्यवधान !
भक्ति-शक्ति उन्नत , सुमधुर प्यार ;
दग्ध हृदयों में शीतल संचार !

✍? आलोक पाण्डेय ‘विश्वबन्धु’
विजयादशमी ।

Language: Hindi
2 Comments · 561 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

क्यो नकाब लगाती हो
क्यो नकाब लगाती हो
भरत कुमार सोलंकी
और इच्छा हो जाती है
और इच्छा हो जाती है
Vishnu Prasad 'panchotiya'
तेरी याद में हम रात भर रोते रहे
तेरी याद में हम रात भर रोते रहे
Jyoti Roshni
स्कूल का पहला दिन
स्कूल का पहला दिन
विक्रम सिंह
ठोकरे इतनी खायी जीवन में,
ठोकरे इतनी खायी जीवन में,
sonu rajput
दोहा पंचक. . . कागज
दोहा पंचक. . . कागज
sushil sarna
*वैश्विक समन्वय और भारतीय विमर्श : डॉ पुष्कर मिश्र और आरिफ म
*वैश्विक समन्वय और भारतीय विमर्श : डॉ पुष्कर मिश्र और आरिफ म
Ravi Prakash
चौपाई - आजादी का पर्व
चौपाई - आजादी का पर्व
Sudhir srivastava
मेरे प्यारे बच्चों
मेरे प्यारे बच्चों
Abhishek Rajhans
मोह माया का !
मोह माया का !
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
मैं शिक्षक हूँ साहब
मैं शिक्षक हूँ साहब
Saraswati Bajpai
*मेरी गुड़िया सबसे प्यारी*
*मेरी गुड़िया सबसे प्यारी*
Dushyant Kumar
विजातीय बिआह।
विजातीय बिआह।
Acharya Rama Nand Mandal
पुराने प्यार के किस्से
पुराने प्यार के किस्से
विजय कुमार अग्रवाल
दिखा दो
दिखा दो
surenderpal vaidya
"If my energy doesn't wake you up,
पूर्वार्थ
फूल कभी भी बेजुबाॅ॑ नहीं होते
फूल कभी भी बेजुबाॅ॑ नहीं होते
VINOD CHAUHAN
दो दिन की जिंदगानी रे बन्दे
दो दिन की जिंदगानी रे बन्दे
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
घे वेध भविष्याचा ,
घे वेध भविष्याचा ,
Mr.Aksharjeet
"तुम्हारे नाम"
Lohit Tamta
" बीता समय कहां से लाऊं "
Chunnu Lal Gupta
वो बन के हवा गुजरते है रूबरू हो कर
वो बन के हवा गुजरते है रूबरू हो कर
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
औरत
औरत
MEENU SHARMA
😊शुभ रात्रि😊
😊शुभ रात्रि😊
*प्रणय प्रभात*
4724.*पूर्णिका*
4724.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
गीत
गीत
Pankaj Bindas
वेलेंटाइन डे
वेलेंटाइन डे
Rahul Singh
*मनः संवाद----*
*मनः संवाद----*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
आबाद यहाँ लोग हो
आबाद यहाँ लोग हो
gurudeenverma198
आत्मविश्वास
आत्मविश्वास
नूरफातिमा खातून नूरी
Loading...