Sahityapedia
Sign in
Home
Your Posts
QuoteWriter
Account
24 Dec 2019 · 1 min read

मुक्तक

मुक्तक-
किसकी नज़र लगी है बोलो,अपने प्यारे भारत को।
शांति छोड़ जिसने अपनाया ,दंगा और शरारत को।
आगजनी हिंसा का ताण्डव,हर ओर दिखाई देता है,
लोग धर्म के नाम लिख रहे,नफ़रत भरी इबारत को।।
डाॅ बिपिन पाण्डेय

Loading...