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3 Dec 2019 · 1 min read

शायरी कर रहा हूँ...

मैं ज़िन्दगी बस अब यूँ ही बसर कर रहा हूँ!
मैं लफ्ज़ ब लफ्ज़ उन को नज़र कर रहा हूँ!

लद गये वो दिन जब हम आशिकी थे करते!
ज़नाब अब शायर कहिये शायरी कर रहा हूँ!
?-AnoopS©
24 Nov 2019

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