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30 Nov 2019 · 1 min read

बिल्ली का डर

बिल्ली आई घर के अंदर
चूहे भागे पूंछ दबाकर

कई दिनों से वह भूखी थी
चूहों के ऊपर लपकी थी

चूहों की हिम्मत हुई धड़ाम
मच गया कुनबे में कोहराम

कहर सभी पर ऐसा बरपा
बिखर गया चूहों का कुनबा

उनकी कुछ न समझ में आए
कैसे जान बचाई जाए?

किस तरह पाया जाए पार ?
बैठक बुलाकर किया विचार

सबके यही समझ में आया
मिलकर पहरेदार बिठाया

अब बिल्ली जब भी आती है
उनकी घंटी बज जाती है

सोते चैन की चादर तान
ऐसे बची चूहों की जान

Language: Hindi
5 Likes · 1 Comment · 591 Views
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