Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
1 Aug 2019 · 1 min read

वो जिन्दगी भी क्या,जो छाँव छाँव चली —आर के रस्तोगी

हद-ए-शहर से निकली तो गाँव गाँव चली |
कुछ सुनेहरी यादे,मेरे संग पाँव पाँव चली ||

सफर धूप का किया,तो ये तजुर्बा हुआ |
वो जिन्दगी ही क्या,जो छाँव छाँव चली ||

पता है सबको,जो पांड्वो का हश्र जुए में हुआ |
द्रोपदी की इज्जत,भरे दरबार में दाँव दाँव चली ||

रोक न सकी महँगाई,जो भी सरकारे आई |
गरीब सदा पिसता रहा,ये हर भाँव भाँव चली ||

रूक सकी न रिश्वत,ये अभी तक थकी नहीं |
ये हर जगह,हर शहर में,हर गाँव गाँव चली ||

करते है बदनाम,कौवे को जो काँव काँव करता है |
देखो ये संसद भी,हर सैशन में काँव काँव करके चली ||

आर के रस्तोगी
गुरुग्राम मो 9971006425
?

2389 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Ram Krishan Rastogi
View all

You may also like these posts

सागौन बबूल भी तुम्ही रखना
सागौन बबूल भी तुम्ही रखना
sushil yadav
अन्तर
अन्तर
Dr. Kishan tandon kranti
सुख - डगर
सुख - डगर
Sandeep Pande
हर क्षण  आनंद की परम अनुभूतियों से गुजर रहा हूँ।
हर क्षण आनंद की परम अनुभूतियों से गुजर रहा हूँ।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
* खुश रहना चाहती हूँ*
* खुश रहना चाहती हूँ*
Vaishaligoel
मौसम बरसात का
मौसम बरसात का
Shutisha Rajput
सफल हुए
सफल हुए
Koमल कुmari
सखी
सखी
आकाश महेशपुरी
और कितना मुझे ज़िंदगी
और कितना मुझे ज़िंदगी
Shweta Soni
हमें खतावार कह दिया है।
हमें खतावार कह दिया है।
Taj Mohammad
मनोबल
मनोबल
Kanchan verma
THE SUN
THE SUN
SURYA PRAKASH SHARMA
मुंतज़िर
मुंतज़िर
Shyam Sundar Subramanian
पन्द्रह अगस्त
पन्द्रह अगस्त
राधेश्याम "रागी"
चंचल  मन  पर  काबू  पा  लेना  बहुत बड़ी सी बात है,
चंचल मन पर काबू पा लेना बहुत बड़ी सी बात है,
Ajit Kumar "Karn"
खुद को मुर्दा शुमार ना करना ,
खुद को मुर्दा शुमार ना करना ,
Dr fauzia Naseem shad
..
..
*प्रणय प्रभात*
गीत- माता-पिता भगवान से...
गीत- माता-पिता भगवान से...
आर.एस. 'प्रीतम'
Since morning
Since morning
Otteri Selvakumar
कांटे बनकर जो
कांटे बनकर जो
Mahesh Tiwari 'Ayan'
Life is trapped in the hold of time, but there are some mome
Life is trapped in the hold of time, but there are some mome
पूर्वार्थ देव
गीत
गीत
Jai Prakash Srivastav
ये जो मुहब्बत लुका छिपी की नहीं निभेगी तुम्हारी मुझसे।
ये जो मुहब्बत लुका छिपी की नहीं निभेगी तुम्हारी मुझसे।
सत्य कुमार प्रेमी
झोटा नही हैं उनका दीदार क्या करें
झोटा नही हैं उनका दीदार क्या करें
RAMESH SHARMA
सितामढी़
सितामढी़
श्रीहर्ष आचार्य
कहानी
कहानी
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
संस्कृति लोप की जांच पड़ताल
संस्कृति लोप की जांच पड़ताल
मनोज कर्ण
💪         नाम है भगत सिंह
💪 नाम है भगत सिंह
Sunny kumar kabira
CompTIA Network+ Certification Training
CompTIA Network+ Certification Training
rojarani
ऐसा वर दो हे वीणावादिनी ©डॉ. अमित कुमार दवे, खड़गदा
ऐसा वर दो हे वीणावादिनी ©डॉ. अमित कुमार दवे, खड़गदा
अमित कुमार दवे
Loading...