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24 Jul 2019 · 1 min read

लगते हो श्राप

लगते हो श्राप

तुम
डराते रहे हो
आमजन को
श्राप का
भय दिखाकर
लेकिन मुझे
तुम स्वयं
मानवता के लिए
लगते हो श्राप

-विनोद सिल्‍ला

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