Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
24 Jun 2019 · 1 min read

आज के दोहे

आज के दोहे (जून 24, 2019)

गौर जरा अब कीजिए, बिगड़ रहे हालात ।
इस युग को भाता नहीं, कहना सच्ची बात ।1।

खोलो मुख को सोच के, दो शब्दों को तोल ।
बिन मांगे जो सीख दे, करते लोग मखौल ।2।

तुम तो सच्चे आदमी, नहीं तुम्हें है ज्ञात ।
बस मतलब की दोस्ती, फिर लगती हैं लात ।3।

सदा सभी का आपने, किया मान सम्मान ।
लेकिन रखता कौन है, कहो आपका ध्यान ।4।

सब सुख दे परिवार को, झेले दुःख अपार ।
जीत सभी ने बांट ली, बांटी किसने हार ।5।

करूं नहीं आलोचना, कहता सच्ची बात ।
साथ मिले कोई नहीं, हो जब ग़म की रात ।6।

हमको लगता है यही, बदलेंगे हालात ।
हाथ मिलाने के लिए, नहीं पूछेंगे जात ।7।

नहीं सुनाना तुम कभी, अपने दिल की पीर ।
लोग राज़ हैं पूछते, ले आंखों में नीर ।8।

-श्रीभगवान बव्वा

Language: Hindi
1 Comment · 520 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

#गांव_के_बियाह
#गांव_के_बियाह
Rituraj shivem verma
गम‌, दिया था उसका
गम‌, दिया था उसका
Aditya Prakash
अभी गनीमत है
अभी गनीमत है
शेखर सिंह
महानगर के पेड़ों की व्यथा
महानगर के पेड़ों की व्यथा
Anil Kumar Mishra
मोहब्बत का वो दावा कर रहा होगा
मोहब्बत का वो दावा कर रहा होगा
अंसार एटवी
प्रेम बसा कण कण में
प्रेम बसा कण कण में
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
ॐ
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
बिखरे सपनों की ताबूत पर, दो कील तुम्हारे और सही..
बिखरे सपनों की ताबूत पर, दो कील तुम्हारे और सही..
Manisha Manjari
# वो खत#
# वो खत#
Madhavi Srivastava
3575.💐 *पूर्णिका* 💐
3575.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
The emotional me and my love
The emotional me and my love
Chaahat
********* प्रेम मुक्तक *********
********* प्रेम मुक्तक *********
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
फूलों से सीखें महकना
फूलों से सीखें महकना
भगवती पारीक 'मनु'
पारखी
पारखी
Mahender Singh
पहले क्यों तुमने, हमको अपने दिल से लगाया
पहले क्यों तुमने, हमको अपने दिल से लगाया
gurudeenverma198
जरूरी और जरूरत
जरूरी और जरूरत
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
रोटियाँ
रोटियाँ
Rekha Rajput
Sunwin khẳng định vị thế là một trong những nhà cái hàng đầu
Sunwin khẳng định vị thế là một trong những nhà cái hàng đầu
Sunwin
औरत.....
औरत.....
sushil sarna
"अधूरा प्यार"
Dr. Kishan tandon kranti
दर्शन
दर्शन
Rambali Mishra
किसी के साथ सोना और किसी का होना दोनों में ज़मीन आसमान का फर
किसी के साथ सोना और किसी का होना दोनों में ज़मीन आसमान का फर
Rj Anand Prajapati
उठो मुसाफिर कुछ कम करो
उठो मुसाफिर कुछ कम करो
कार्तिक नितिन शर्मा
पंतग डोर
पंतग डोर
Neeraj Kumar Agarwal
मेरे   परीकल्पनाओं   की   परिणाम   हो  तुम
मेरे परीकल्पनाओं की परिणाम हो तुम
पूर्वार्थ
17. बेखबर
17. बेखबर
Rajeev Dutta
शुरुआत
शुरुआत
goutam shaw
*समान नागरिक संहिता गीत*
*समान नागरिक संहिता गीत*
Ravi Prakash
मेहनत के दिन हमको , बड़े याद आते हैं !
मेहनत के दिन हमको , बड़े याद आते हैं !
Kuldeep mishra (KD)
स्वयं का न उपहास करो तुम , स्वाभिमान की राह वरो तुम
स्वयं का न उपहास करो तुम , स्वाभिमान की राह वरो तुम
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
Loading...