Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
24 Jun 2019 · 1 min read

जिन्दगी और मौत —आर के रस्तोगी

चार दिन की है जिन्दगी,हंसी ख़ुशी से इसको काट ले |
मत किसी किसी का दिल दुखा,तू दर्द सबके बाँट ले ||

कुछ भी नहीं साथ जाना,बस एक नेकी के सिवा |
इकठ्ठी की हुई सब दौलत,सबको अब तू बाँट ले ||

चार दिन की है चाँदनी,फिर आयेगी अँधेरी रात है|
लेना है तूने निर्णय,उसमे से किसी को तू छाँट ले ||

मौत तो सबकी निश्चित है,सबको ये बुलायेगी |
किसी को भी पता नहीं,किसको कब ये छाँट ले ||

आर के रस्तोगी
मो 9971006425

Language: Hindi
270 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Ram Krishan Rastogi
View all

You may also like these posts

पिता
पिता
Neeraj Kumar Agarwal
हर समय आप सब खुद में ही ना सिमटें,
हर समय आप सब खुद में ही ना सिमटें,
Ajit Kumar "Karn"
क्या मिला तुझको?
क्या मिला तुझको?
मिथलेश सिंह"मिलिंद"
जी भी लिया करो
जी भी लिया करो
Dr fauzia Naseem shad
तो जानो आयी है होली
तो जानो आयी है होली
Satish Srijan
उन्नति का जन्मदिन
उन्नति का जन्मदिन
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
प्यासा_कबूतर
प्यासा_कबूतर
Shakil Alam
प्रेम क्या है?
प्रेम क्या है?
Dr. Kishan tandon kranti
तुम तो होना वहां
तुम तो होना वहां
देवेंद्र प्रताप वर्मा 'विनीत'
न्याय यात्रा
न्याय यात्रा
Bodhisatva kastooriya
* लोकतंत्र महान है *
* लोकतंत्र महान है *
surenderpal vaidya
#सुप्रभात-
#सुप्रभात-
*प्रणय प्रभात*
डरावना क्या
डरावना क्या
Chandraprabha Kumar
4198💐 *पूर्णिका* 💐
4198💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
*व्याख्यान : मोदी जी के 20 वर्ष*
*व्याख्यान : मोदी जी के 20 वर्ष*
Ravi Prakash
उन्मुक्त बाजारवाद, उपयोगितावाद और पूंजीवाद के मध्य पिसता हुआ जनमानस
उन्मुक्त बाजारवाद, उपयोगितावाद और पूंजीवाद के मध्य पिसता हुआ जनमानस
Acharya Shilak Ram
राधे कृष्णा, राधे कृष्णा
राधे कृष्णा, राधे कृष्णा
Vibha Jain
यह ज़िंदगी गुज़र गई
यह ज़िंदगी गुज़र गई
Manju Saxena
कपितय देवतुल्य महामहीम  लोगो ने 'जाहिल'  मुझे नाम दे रखा है।
कपितय देवतुल्य महामहीम लोगो ने 'जाहिल' मुझे नाम दे रखा है।
अश्विनी (विप्र)
With and without.
With and without.
Priya princess panwar
प्रेम पंथ
प्रेम पंथ
Rambali Mishra
मां
मां
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
सूनापन
सूनापन
प्रदीप कुमार गुप्ता
सभी देखेंगे तेरी इक हॅंसी को।
सभी देखेंगे तेरी इक हॅंसी को।
सत्य कुमार प्रेमी
#कस्मे-वादें #
#कस्मे-वादें #
Madhavi Srivastava
शॉल (Shawl)
शॉल (Shawl)
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
शिवरात्रि
शिवरात्रि
Madhu Shah
सत्य की खोज
सत्य की खोज
Surya Barman
गरीबी
गरीबी
Prithvi Singh Beniwal Bishnoi
स्वर्ग से सुंदर मेरा भारत
स्वर्ग से सुंदर मेरा भारत
Mukesh Kumar Sonkar
Loading...