Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
10 Apr 2019 · 1 min read

” हम तो बस लाचार हैं ” !!

धरती फटती जाती है जी ,
पानी की दरकार है !
सब कुछ दाँव लगा बैठे हैं ,
खड़ी सामने हार है !!

कदम कदम पर जगत कुएं की ,
खुदे हुए नलकूप हैं !
जिनके हिस्से पानी भैया ,
वे तो मानो भूप हैं !
खाद बीज की क़ीमत भारी ,
हम तो बस लाचार हैं !!

पशुपालन आसान कहाँ है ,
दूध दही को तरस गए !
दो जून की मिली जो रोटी ,
हम तो जैसे हरष गए !
आज किराये पर बोनी है ,
मंहगाई की मार है !!

विधना भी छल करता हमसे ,
रोज परीक्षा सामने !
कभी भूख से कदम डिगे तो ,
कौन खड़ा है थामने !
सरकारी प्रयास थोथे हैं ,
अभी लगे ना पार हैं !!

है चुनाव अब नारे झंडे ,
हमदर्दी का दौर है !
अपनी गाथा किसे कहें अब ,
दिखे न कोई छोर है !
यहाँ मुनादी सब करते हैं ,
सुनता कौन गुहार है !!

बिन कर्ज़े के काम चले ना ,
चिंता की यह बात है !
मेहनत हाड़ तोड़ अपनी है ,
और न कुछ भी हाथ है !
फसल चढ़े परवान अगर तो ,
लगता हाथ बहार है !!

स्वरचित / रचियता :
बृज व्यास
शाजापुर ( मध्यप्रदेश )

Language: Hindi
Tag: गीत
1 Like · 600 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

सर्वशक्तिमान से निकटता
सर्वशक्तिमान से निकटता
डा. सूर्यनारायण पाण्डेय
जलियांवाला बाग
जलियांवाला बाग
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
नन्हे-मुन्ने हाथों में, कागज की नाव ही बचपन था ।
नन्हे-मुन्ने हाथों में, कागज की नाव ही बचपन था ।
Rituraj shivem verma
शब्द -होली
शब्द -होली
shaguphtarehman70
"माँ ब्रह्मचारिणी"
Madhu Gupta "अपराजिता"
एक
एक "सहेली" एक "पहेली"
विशाल शुक्ल
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
मन बावरा
मन बावरा
Dr. Kishan tandon kranti
सज धज के आज वो दीवाली मनाएगी
सज धज के आज वो दीवाली मनाएगी
इशरत हिदायत ख़ान
आध्यात्मिक जीवन जीने का सरल उपाय। ~ रविकेश झा
आध्यात्मिक जीवन जीने का सरल उपाय। ~ रविकेश झा
Ravikesh Jha
इतवार यूं मनाएं
इतवार यूं मनाएं
अरशद रसूल बदायूंनी
मिले हैं ऐसे भी चेहरें हमको जिंदगी के सफ़र में
मिले हैं ऐसे भी चेहरें हमको जिंदगी के सफ़र में
gurudeenverma198
सत्ता को भूखे बच्चों की याद दिलाने आया हूं।।
सत्ता को भूखे बच्चों की याद दिलाने आया हूं।।
Abhishek Soni
सम्मानार्थ प्रविष्ठियां आमंत्रित हैं
सम्मानार्थ प्रविष्ठियां आमंत्रित हैं
Mukesh Kumar Rishi Verma
बात दिल की है इसलिए
बात दिल की है इसलिए
Dr fauzia Naseem shad
GrandMother
GrandMother
Rahul Singh
दोहा
दोहा
Shriyansh Gupta
*शाही शादी पर लगे, सोचो कैसे रोक (कुंडलिया)*
*शाही शादी पर लगे, सोचो कैसे रोक (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
धबल प्रकाश बिखेर ,
धबल प्रकाश बिखेर ,
विवेक दुबे "निश्चल"
हे राम तुम्हीं कण कण में हो।
हे राम तुम्हीं कण कण में हो।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
एक पौधा तो अपना भी उगाना चाहिए
एक पौधा तो अपना भी उगाना चाहिए
दीपक बवेजा सरल
जो आओ नज़र
जो आओ नज़र
हिमांशु Kulshrestha
गुरूर  ना  करो  ऐ  साहिब
गुरूर ना करो ऐ साहिब
Neelofar Khan
असली – नकली
असली – नकली
Dhirendra Singh
चुनाव 2024
चुनाव 2024
Bodhisatva kastooriya
sp64 कविता की दुकान
sp64 कविता की दुकान
Manoj Shrivastava
वो सांवला सा लड़का
वो सांवला सा लड़का
Sakshi singh
हमारी माँ
हमारी माँ
Pushpa Tiwari
👨🏻‍🎓वकील सहाब 👩‍💼
👨🏻‍🎓वकील सहाब 👩‍💼
Dr. Vaishali Verma
4394.*पूर्णिका*
4394.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
Loading...