Sahityapedia
Sign in
Home
Your Posts
QuoteWriter
Account
20 Mar 2019 · 1 min read

उस चाँद की तलाश में

होगी कोई प्रेम कहानी हमारी भी ,
बस इसी की आस में ।
मैं चल पड़ा इस सफर पर तन्हा ,
उस चाँद की तलाश में ।।

कब तलक रहोगे तुम हमसे दुर अब अवकाश में,
रहो ना तुम मेरी हर अनुभूति, अहसास में ।
रब से बस इतनी सी इल्तिजा है मेरी ,
मेरी चाँद का ही नाम लिखा हो मेरी हर साँस में ॥

होगी कोई प्रेम कहानी हमारी भी ,
बस इसी की आस में ।
मैं चल पड़ा इस सफर पर तन्हा ,
उस चाँद की तलाश में ।।

-दिवाकर महतो
बुण्डू, राँची, झारखण्ड

Loading...