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19 Mar 2019 · 1 min read

रंगों की दुनियाँ निराली

हुलियारों की निकली टोली
सब ने तन मन रंग लिया
राधा संग किसन खेली होली
वृन्दावन रंग लिया
मिले गले , मिटा गिले शिकवे
हर कोई अपने में रंग लिया
जिसने समझी जीवन की सच्चाई
ईमान धर्म में अपने को रंग लिया

स्वलिखित
लेखक संतोष श्रीवास्तव भोपाल

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