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10 Mar 2019 · 1 min read

किसानों का सम्मान हो

पथरीली बंजर जमीन को
जिसने हरे-भरे खेतों में ढाला है
अपना ही नहीं पूरे भारत का
पेट जिन कृषकों ने पाला है
अब जरूरत है उनका भी गुणगान हो
किसानों का सम्मान हो

जो मिट्टी को चीरकर
उससे अनाज उपजाते हैं
जो हमारे भारत देश की मिट्टी को
हीरे मोती उगलने वाली बताते हैं
उन कृषि करने वालों का कल्याण हो
किसानों का सम्मान हो

सिंचता है वह कृषक
खेतों को अपने मेहनत के पसीने से
शपथ लें हम बनाएं ऐसा वातावरण
कि कोई कृषक तंग ना आए जीने से
अन्नदाता भी अब इस देश का अभिमान हो
किसानों का सम्मान हो

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