Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
5 Mar 2019 · 1 min read

दिन आ रहे हैं

बदी को मिटाने के दिन आ रहे हैं।
नया दौर लाने के दिन आ रहे हैं।

अरे ओ फरेबी न तुझ पर भरोसा
कि तुझको मिटाने के दिन आ रहे हैं।

तुझ को मिटा कर ही अब सांस लेंगे
तिरंगा फहराने के दिन आ रहे हैं।

सुनी हैं कभी तूने सिंह की दहाड़ें
तुझे जड़ से हटाने के दिन आ रहे हैं।

वतन से बड़ा है न कोई जहां में
उस पर मिट जाने के दिन आ रहे हैं।

शमा ए वतन पर फिदा हम परवाने
तुझ पर जां लुटाने के दिन आ रहे हैं।

अजी आ गयी अब तो जल्दी दिवाली
दिये अब जलाने के दिन आ रहे हैं।

रंजना माथुर
अजमेर (राजस्थान )
मेरी स्व रचित व मौलिक रचना
©

260 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

মা মনসার গান
মা মনসার গান
Arghyadeep Chakraborty
कनक मंजरी छंद
कनक मंजरी छंद
Rambali Mishra
चुप अगर रहें तो व्यवधान नहीं है।
चुप अगर रहें तो व्यवधान नहीं है।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
वाक़िफ़
वाक़िफ़
SATPAL CHAUHAN
आप प्लस हम माइनस, कैसे हो गठजोड़ ?
आप प्लस हम माइनस, कैसे हो गठजोड़ ?
डॉ.सीमा अग्रवाल
‘मंज़र’ इश्क़ में शहीद है
‘मंज़र’ इश्क़ में शहीद है
Shreedhar
मुझे तुमसे अनुराग कितना है?
मुझे तुमसे अनुराग कितना है?
Bodhisatva kastooriya
221 212 2 221 2122
221 212 2 221 2122
SZUBAIR KHAN KHAN
गीत
गीत
Shiva Awasthi
तुम जिंदा हो इसका प्रमाड़ दर्द है l
तुम जिंदा हो इसका प्रमाड़ दर्द है l
Ranjeet kumar patre
“एक शाम ,
“एक शाम ,
Neeraj kumar Soni
"नाना पाटेकर का डायलॉग सच होता दिख रहा है"
शेखर सिंह
*राम तुम्हारे शुभागमन से, चारों ओर वसंत है (गीत)*
*राम तुम्हारे शुभागमन से, चारों ओर वसंत है (गीत)*
Ravi Prakash
ग़म मुकम्मल हैं
ग़म मुकम्मल हैं
Neelofar Khan
जीवन में सफलता छोटी हो या बड़ी
जीवन में सफलता छोटी हो या बड़ी
Dr.Rashmi Mishra
पोषण दर्द का
पोषण दर्द का
पंकज परिंदा
🌹अपना ख्याल रखियें🌹
🌹अपना ख्याल रखियें🌹
Dr .Shweta sood 'Madhu'
व्यवस्था
व्यवस्था
विशाल शुक्ल
#काश-
#काश-
*प्रणय प्रभात*
" Happiness: An expression of pure souls "
डॉ कुलदीपसिंह सिसोदिया कुंदन
दायित्वबोध
दायित्वबोध
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
फिर से नही बसते है वो दिल
फिर से नही बसते है वो दिल
पूर्वार्थ
మువ్వగోపాల మురళీధరాయ..
మువ్వగోపాల మురళీధరాయ..
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
मौन जीव के ज्ञान को, देता  अर्थ विशाल ।
मौन जीव के ज्ञान को, देता अर्थ विशाल ।
sushil sarna
!! फूलों की व्यथा !!
!! फूलों की व्यथा !!
Chunnu Lal Gupta
हर किसी का कर्ज़ चुकता हो गया
हर किसी का कर्ज़ चुकता हो गया
Shweta Soni
वो सांवला सा लड़का
वो सांवला सा लड़का
Sakshi singh
हमराही हमसफ़र मेरे,
हमराही हमसफ़र मेरे,
Radha Bablu mishra
3859.💐 *पूर्णिका* 💐
3859.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
एक वो ज़माना था...
एक वो ज़माना था...
Ajit Kumar "Karn"
Loading...