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5 Dec 2018 · 1 min read

चट मगनी - पट ब्याह

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❆ लघुकथा सृजन –
❆ विषय – चट मंगनी पट ब्याह
❆ तिथि – 06 दिसम्बर 2018
❆ वार – बुधवार

▼ विषय अनुसार रचना

अनीता बैंक में अफसर थी 26 की हुई माँ-बाप को विवाह की चिंता हुई.. अथक प्रयास के बाद भी योग्य लड़का नहीं मिल पाता था, कहीं लम्बाई,पढ़ाई, रुप-रंग गुण,कमाई, परिवार.. तो गोत्र..गुण-मिलान कि समस्या?
एक दिन अचानक उसका तबादला दिल्ली हो गया।खाली समय में व्हाट्सएप, फेसबुक पर सब से संपर्क, टाईम पास होने लगा।एक दिन उसने फेसबुक पर एक मित्रता निवेदन देखा जो एक स्वजातीय लड़के का था.. प्रोफाइल देख प्रभावित हुई.. रिक्वेस्ट स्वीकार करली.. लड़का अमेरिका में एक बहु राष्ट्रीय कंपनी में उच्चाधिकारी था.. संपर्क बातचीत बढ़ी..हिम्मत कर लड़के ने विवाह का प्रस्ताव रखा.. लड़की ने कहा मेरे घर वालों से आपके माता पिता को संपर्क हेतु कहो..अतिशीघ्र..दिल्ली निवासी उसके घरवाले जयपुर स्थित उसके परिवार वालों से मिले..बातचीत में कई जानकारियां भी निकल आयीं..सारी बातें दोनों पक्षों में पूर्ण अनुकूल एवं संतोषजनक रही.. फरवरी 13 में दोनों का सफल विवाह संपन्न हुआ… #चट_मंगनी_पट_ब्याह*

……फिर अचानक एक बच्ची होनें के बाद मालूम पड़ा कि लड़का पहले से विवाहित था..??

दोनों के तलाक के बाद लड़की को एक अच्छा जीवन साथी मिल चुका है..सुखद वैवाहिक जीवन ठाठ से बीत रहा है… लड़के कि नौकरी तो गई ही.. परिवार कि बदनामी.. जेल की हवा खानी पड़ी. ..हर्जाना देना पड़ा सो अलग.. जो किया सो भुगता।

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#स्वरचित_मौलिक_सर्वाधिकार_सुरक्षित
✍ अजय कुमार पारीक ‘अकिंचन’
☛ जयपुर (राजस्थान)
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