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20 Nov 2018 · 1 min read

रोकें बाल मजूरी

बच्चे सीधे सच्चे होते
पल में हंसते पल में रोते
फूलों सा हरदम मुस्काते
तारों सा घर को चमकाते
इनकी शिक्षा बहुत जरूरी
आओ रोकें बाल मजूरी ||

खेलकूद बच्चों का हक है
अच्छा भोजन आवश्यक है
सही समय टीके लगवाए
इनका तन मन स्वस्थ बनाए
मत थोपे अपनी मजबूरी
आओ रोकें बाल मजूरी ||

डॉ रीतेश कुमार ‘सत्य’
बरुआसागर झांसी उत्तर प्रदेश

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